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Normal Delivery के द्वारा मां बनने के बाद पहली बार अपने बच्चे को देखने पर, उसके रोने की आवाज सुनने पर हर मां अपने दर्द को भूल जाती है उसे अनदेखा कर देती है, क्योंकि मां बनने की खुशी, उस अहसास में, महिलाओ को अपना दर्द याद ही नहीं रहता।

इस नए सफर में मां का पूरा ध्यान अपने बच्चे पर ही रहता है, लेकिन डिलीवरी के बाद महिलाओ को अपना ध्यान भी रखना चाहिए, वरना अगर वह अपना ख्याल नहीं रखेगी तो बच्चे की देखभाल कैसे कर पाएंगी। तो आइए इस नए सफर में, मैं आपके लिए कुछ आवश्यक जानकारी लेकर आई हूं।

Normal Delivery के बाद के 6 महीने मां और बच्चे के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते है। डिलीवरी के बाद कैसे रहना चाहिए, क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए, क्या खाना चाहिए, इस ब्लाग में आपके लिए ये सभी महत्वपूर्ण जानकारियां लेकर आई हूं।

जिस तरह से प्रेगनेंसी का समय महत्वपूर्ण होता है उसी तरह डिलीवरी के बाद का समय भी बच्चे और मां दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इस समय मां और बच्चे, दोनो को साथ की जरूरत होती है। 

Normal Delivery के बाद देखभाल

डिलीवरी के बाद मां को ज्यादा से ज्यादा आराम करने की जरूरत होती है, पहले हफ्ते में तो मां को सिर्फ आराम करना चाहिए। डिलीवरी के बाद परिवार के किसी ऐसे सदस्य को बुला लेना चाहिए जो आपकी मदद कर सके। इस समय में किसी न किसी का आपके पास होना बहुत जरूरी है।

डिलीवरी के बाद के समय में ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए और फिर धीरे धीरे ही काम करना शुरू करना चाहिए। काम की शुरुवात हल्के कामों से करना चाहिए। जैसे कुछ समय बाद मां बच्चे के काम करना शुरू कर सकती है अगर वह बेहतर महसूस कर रही है। 

Normal Delivery के बाद कितना आराम ?

वैसे तो ऐसा माना जाता है की डिलीवरी के बाद महिलाओ को कम से कम 40 दिनों तक आराम करना ही चाहिए। पर्याप्त आराम से ही शरीर की थकान दूर होगी। इसलिए डिलीवरी के बाद मां को पूरा आराम करना चाहिए जिससे उसके शरीर की थकान दूर हो। और वो जल्दी रिकवर हो सके। और अपने बच्चे को भी संभाल सके।

Normal Delivery के बाद किस समय करें आराम ?

डिलीवरी के बाद बच्चे की वजह से मां पूरी नींद नहीं ले पाती है, क्योंकि छोटे बच्चे कुछ अंतराल पर जाग जाते है या फिर उन्हें दूध पिलाने के लिए भी जगाना पड़ता है, क्योंकि शुरुवात में बच्चे को हर 2 से 3 घंटे के अंतराल पर दूध पिलाना होता है। तो इसीलिए मां को चाहिए कि जब बच्चा सोए तभी वह भी आराम कर ले, ऐसा ना करे की बच्चा सो गया है तो कुछ काम कर लिया जाए।

इसीलिए ऐसे समय में आपको ऐसे सदस्य की जरूरत होती है जो आपकी घर के काम में मदद कर सके। क्योंकि अगर आप बच्चे के सो जाने पर आराम नहीं करती है तो आप पूरा दिन थका हुआ महसूस करेगी और बच्चे को भी संभाल नहीं पाएंगी। क्योंकि बच्चे के पैटर्न को समझने में आपको समय लगेगा।

डिलीवरी के समय महिलाओ को बहुत कुछ झेलना पड़ता है, चाहे Normal Delivery हो या Cesarean Delivery। इसके साथ ही उसे नन्हे बच्चे की देखभाल भी करनी होती है, इसीलिए महिलाओ को अपने शरीर को आराम देना चाहिए, जिस से उनकी थकान दूर हो सके।

डिलीवरी के बाद पहले महीने मे महिलाओ को ज्यादा से ज्यादा अपनी सेहत का ख्याल रखना है, इस समय में बच्चे को दूध पिलाने के अलावा बाकी के कामों के लिए आप परिवार के अन्य सदस्य या फिर अपने जीवनसाथी की भी मदद ले। क्योंकि दूध पिलाने के अलावा बाकी के अन्य काम जैसे डायपर बदलना, उसे नहलाना, उसके कपड़े बदलना इत्यादि काम अन्य कोई भी कर सकते है।

इसके साथ ही आपको इस महीने में बच्चे के सोने जागने और दूध पीने के पैटर्न को समझने में मदद मिलेगी। बच्चे के पैटर्न को समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसी से ही आप अपनी नींद और बाकी के कामों को मैनेज कर सकती हैं।

इसे भी पढ़ें – Garbh Sanskar: इतिहास, विधि और लाभ | What is Garbh Sanskar?

Normal Delivery के बाद क्या खाएं ?

Normal Delivery के बाद मां को अपने खान पान का खास ख्याल रखना होता है। क्योंकि अच्छे और पर्याप्त ख़ान पान से ही उसके शरीर को ताकत मिलेगी और वह अपने बच्चे को भी ठीक से दूध पिला पाएगी। बच्चे को प्रयाप्त मात्रा में दूध मिलने पर ही उसका शारीरिक और मानसिक विकास हो पाएगा। क्योंकि शुरू के 6 महीने तक तो बच्चा सिर्फ मां का दूध ही पीता है और उसे सभी पोषक तत्व उसी से ही मिलते है।

प्रसव के बाद हरीरा खाना चाहिए, अलग अलग जगहों पर इसे अलग नाम से बोला जाता होगा । हर घर की बुजुर्ग महिलाएं इसे बनाना जानती है। Normal Delivery के बाद के कुछ समय तक इसे खाना चाहिए, शायद आप में कुछ महिलाओ को ये खाने में अच्छा नहीं भी लगे, लेकिन फिर भी थोड़ा थोड़ा ही सही पर आपको इसे खा लेना चाहिए, इसमें शरीर को ताकत देने के सारे गुण होते है।

इसके अलावा गोंद के लड्डू, दलिया, मसूर की दाल, अजवाइन का पानी और ड्राई फ्रूट्स यानी की मेवा, जैसे बादाम, काजू, छुआरे और मखाने इत्यादि खाने चाहिए। आप इन्हे देसी घी में रोस्ट करके खाए तो ये आपके लिए अधिक फायदेमंद होंगे।

Normal Delivery के बाद महिलाओं को दूध भी जरूर लेना चाहिए, आप चाहे तो सुबह या फिर रात में, दिन में एक बार जरूर ले, अगर आप दोनो समय ले पाती है, तो ये बहुत अच्छा रहेगा। क्योंकि महिलाओ को कैल्शियम की बहुत जरूरत होती है, और दूध उसका एक अच्छा स्रोत है। 

पहली प्रेगनेंसी और पहली डिलीवरी में ज्यादातर महिलाओ को ये जानकारी नहीं होती है कि उन्हें क्या खाना चाहिए क्या नहीं। डिलीवरी के बाद भी हमे ऐसा भोजन नहीं खाना चाहिए जिससे गैस बने, या कब्ज और अपच जैसी परेशानी हो। क्योंकि इन सब परेशानियों की वजह से ही महिलाओ में बवासीर जैसी बीमारी की शुरुवात भी हो सकती है।

आपको अगर मल त्याग करने में किसी भी तरह की दिक्कत होती है या फिर अगर आपको प्रेशर लगाना पड़ता है तो अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। गुनगुना पानी पिए, अपने आपको हाइड्रेट रखें, हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन करें।

Normal Delivery के बाद टांको की देखभाल कैसे करें ?

Normal Delivery के बाद आए टांको की ठीक तरह से देखभाल करने से वे जल्दी ठीक हो जाते है और दर्द में भी आराम होता है। इसके लिए हमे टांको की साफ सफाई का ध्यान रखना है, जिसके लिए आपको सैनिटरी पैड को जल्दी बदलना चाहिए।

आपको टांको की सफाई का ध्यान रखना चाहिए, इसके लिए जब भी बाथरूम इस्तेमाल करे तो पानी में डॉक्टर द्वारा दिया गया एंटीसेप्टिक लिक्विड डाल कर सफाई करे। इसके अलावा आप किसी टब में गुनगुना पानी भरकर उसमें भी एंटीसेप्टिक लिक्विड डालकर, थोड़ी देर उसमें बैठ सकती है, ऐसा करने से दर्द में भी आराम मिलता है ।

इस तरह गरम पानी से भरे हुये टब में बैठने से टांको की सफाई और सिकाई दोनो हो जाती है। टांको की सफाई करने के बाद या फिर टब में बैठने के बाद उसे साफ कपड़े से थपथपा कर सुखाए। जितना ज्यादा आप टांको की सफाई का ध्यान रखेंगी वो उतनी जल्दी ठीक होंगे। टांको की सफाई के लिए हमेशा गुनगुना पानी ही इस्तेमाल करे, ठंडा पानी नहीं।

FAQ / लगातार पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न

Q : डिलीवरी के बाद पैरो में दर्द क्यों होता है ?

Ans : लगभग सभी महिलाएं प्रसव के बाद पैरों में या जोड़ों में दर्द महसूस करती हैं, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चा जब पेट में होता है तो उसको बड़ा होने के लिए पोषक तत्व चाहिए होते हैं और ये सभी पोषक तत्व वह अपनी माँ से लेता है इसलिए माँ के शरीर में calsium, iron जैसे पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जिसकी वजह से उनको दर्द रहता है | तभी डॉक्टर इस समय कैल्सियम की गोलियां खाने को कहते हैं |

Q : डिलीवरी के बाद पेट कम कैसे करे ?

Ans : प्रसव (डिलिवरी ) के बाद सभी महिलाओं का पेट ढीला हो जाता है और किसी को भी ऐसा ढीला पेट अच्छा नहीं लगता | इसको वापस से ठीक करने के लिए आपको सब्र रखने के साथ साथ कुछ काम करने होंगे जो इस प्रकार हैं:

  • सूती कपड़ा बांधना – अगर आपकी डिलिवरी नॉर्मल तरीके से हुयी है तो अपने पेट पर कोई सूती कपड़ा बांधना चाहिए, इससे आपकी पीठ को सपोर्ट मिलता है और ढीला पेट भी जल्दी अंदर चला जाता है ।
  • मालिश करवाना – डिलिवरी के बाद मालिश करवाना सबसे ज्यादा जरूरी है, आप या तो किसी मालिश वाली से संपर्क कर सकती हैं या अपने परिवार में किसी समझदार को मालिश के लिए कह सकती हैं । रोज मालिश से आपका पेट जल्दी शेप में आ जाएगा ।
  • हल्का व्यायाम – डिलिवरी के एक सप्ताह बाद से आपको हल्का फुल्का व्यायाम शुरू कर देना चाहिए जिससे आपका शरीर एक्टिव रहेगा और कुछ चर्बी भी कम होगी |
  • Q : टांके कितने दिन में सूख जाते हैं ?

    आम तौर पर normal delivery के बाद आए हुये टांके 2 सप्ताह में ठीक हो जाते हैं पर चीरे की जगह को पूरी तरह से ठीक होने में थोड़ा ज्यादा वक़्त लगता है | ये इस बात पर निर्भर करता है कि चीरा कितना गहरा लगा है |

    निष्कर्ष

    अंत में मैं सभी महिलाओं को ममता के इस सफर की शुभकामनाएं देना चाहूंगी, और उन्हे यही सलाह दूंगी की अपनी सेहत का ख्याल रखे, भरपूर आराम करे, पोषणयुक्त खाना खाए, तभी तो आप अपने बच्चे के साथ इस नए सफर का आनंद उठा पाएंगी।


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