अधिकतर कामकाजी महिलायें अपने बच्चे के शुरुआती वर्षों में उनको समय ना दे पाने के गिल्ट में बहुत परेशान रहती हैं। उनको लगता रहता है कि वो एक अच्छी माँ नहीं हैं । इस गिल्ट का वजन समय के साथ साथ बढ़ता जाता है। समाज भी एक वर्किंग महिला को ये याद दिलाता रहता है कि वो अपने बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है । पति को समाज कुछ नहीं कहता क्योंकि शुरुआत से ही समाज में पुरुष बाहर काम करते आये हैं और महिलायें घर और बच्चों को सम्भालती हैं। इसी सब की वजह से ख़ुशी और शांति सब ग़ायब सी हो जाती है।
कामकाजी माँ के रूप में, संतुलन और आंतरिक शांति पाना एक सपने जैसा लग सकता है। हालाँकि, इन 5 लाइफ हैक्स को अपनाने से दैनिक परेशानियों को कम करने और आपके जीवन में आंतरिक शांति लाने में मदद मिल सकती है। सबसे पहले, प्रत्येक दिन अपने लिए थोड़ा थोड़ा समय निकालें और अपनी देखभाल को प्राथमिकता दें।
यह उतना ही आसान हो सकता है जितना अकेले 10 मिनट की सैर करना या सबके जागने से पहले चुपचाप एक कप चाय का आनंद लेना। दूसरा हर समय हर चीज़ को नियंत्रण में रखने का दबाव छोड़ें। यह स्वीकार करके कि चीजें हमेशा योजना के अनुसार नहीं होंगी, आप तनाव को कम कर सकती हैं और वर्तमान क्षण में शांति पा सकती हैं।
आंतरिक शांति पाने के लिए निम्नलिखित 5 हेक्स को अपनायें:
अपूर्णता (Imperfection) को गले से लगाओ
समाज में कोई भी परफ़ेक्ट नहीं है, यह बात सच है और इसको जितना जल्दी समझ लें उतना ही अच्छा होता है । परफ़ेक्ट होने के दबाव को अपने ऊपर हावी मत होने दें, अपूर्णता को गले से लगायें फिर देखिए आपकी ख़ुशी कैसे वापस आती है । एक व्यस्त माँ (Busy Mom) को ये समझना चाहिए कि कोई भी एक साथ जीवन के हर पहलू में सफल नहीं हो सकता है और गलतियाँ करने में कोई बुराई नहीं है।
स्वयं की देखभाल को प्राथमिकता दें
स्वयं की देखभाल को अपनी दैनिक दिनचर्या का ज़रूरी भाग बनायें। चाहे आप कुछ मिनट्स के लिये मैडिटेशन करें या एक आरामदायक स्नान का आनंद लें, या किसी ऐसे शौक़ में व्यस्त हो जायें जो आपको बहुत प्यारा हो। ऐसी गतिविधियों को प्राथमिकता दें जो आपके शरीर और दिमाग़ को शांति दे और उनमे नयी ऊर्जा भर दे।
अपनी सीमाओं का निर्धारण करें
व्यस्त माताओं को जब भी ज़रूरी हो, मना करना आना चाहिए और अपनी सीमाओं का निर्धारण करना चाहिए ताकि वो अपना क़ीमती समय और ऊर्जा को बचा सकें। यह पहचानें कि काम और घर दोनों जगह जरूरत पड़ने पर काम सौंपना या मदद मांगना ठीक है।
हर काम को ये समझकर ख़ुद ही करना कि आपसे बेहतर ये कोई नहीं कर सकता, ये आपसे आपका क़ीमती समय छीन लेगा। दूसरो को भी मौक़ा देना दोनों के लिए बेहतर है।
शांति पाने के लिए कृतज्ञता का अभ्यास करें
उथल-पुथल के बीच छोटी-छोटी खुशियों को स्वीकार करके कृतज्ञता का अभ्यास करें। चाहे वह आपके बच्चे को हँसते हुए सुनना हो या सहयोगी मित्रों और परिवार के सदस्यों के प्रति कृतज्ञता महसूस करना हो। आप अपने जीवन में ये आदत डाल लें कि जब भी कोई आपकी छोटी सी भी मदद करे आप उसको स्वीकार करें और उसके प्रति कृतज्ञता दिखायें ।
जब आप नियमित रूप से ऐसा करने लग जाती हैं तो यह आपके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और आपका भी दिल करता है दूसरों की मदद करने का और इस तरह आपके दिमाग़ को शांति और ख़ुशी का एहसास रहता है। कृतज्ञता का दृष्टिकोण विकसित करने से आपका दृष्टिकोण बदल सकता है और सबसे व्यस्त दिनों में भी शांति आ सकती है।
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सपोर्ट सिस्टम से जुड़ें
अपने चारों ओर मित्रों, परिवार और साथी कामकाजी माताओं का एक सहयोगी नेटवर्क रखें जो आपके अनुभवों को समझते हैं और उनसे सहानुभूति रखते हैं। जीवन के चुनौतीपूर्ण और आनंदमय क्षणों के दौरान प्रोत्साहन, सलाह और सहयोग के लिए उन पर निर्भर रहें। याद रखें कि मदद मांगना कमजोरी का संकेत नहीं है, बल्कि माता-पिता के रूप में आपकी यात्रा में संतुलन और शांति पाने की दिशा में एक साहसी कदम है।
निष्कर्ष
इन लाइफ हैक्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप काम और मातृत्व की मांगों के बीच आंतरिक शांति और खुशी पैदा कर सकते हैं। अपने साथ धैर्य रखना और अपनी भलाई को प्राथमिकता देना याद रखें, क्योंकि आपकी ख़ुशी अंततः आपके परिवार की भलाई में भी योगदान देती है।
References:
https://thesavvyworkingmom.com/how-to-find-inner-peace-and-happiness-as-a-busy-mom/
https://psychcentral.com/blog/how-to-achieve-peace-of-mind